माघ मेला प्रयागराज में सेवा दे रहे NCIB अधिकारियों को DIG डॉ. राजीव नारायण मिश्र द्वारा किया गया सम्मानित


प्रयागराज, 18 फरवरी 2024
माघ मेला 2024 के दौरान नेशनल क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (NCIB) द्वारा चलाए गए कैम्प कार्यालय ने श्रद्धालुओं की सुरक्षा, सहायता, सामाजिक जागरूकता और प्रशासनिक सहयोग के क्षेत्र में उल्लेखनीय योगदान दिया। इस 45 दिवसीय सेवा अवधि के सफल समापन पर एक विशेष सम्मान समारोह का आयोजन किया गया, जिसमें NCIB के समर्पित अधिकारियों को सम्मानित किया गया।

सेवा का सफल संचालन

इस विशेष कैम्प का शुभारंभ 14 जनवरी 2024 को पुलिस उप महानिरीक्षक एवं मेला प्रभारी डॉ. राजीव नारायण मिश्रा (IPS) द्वारा किया गया था। यह कैम्प 08 जनवरी से 17 फरवरी 2024 तक निरंतर सक्रिय रहा, जिसमें देशभर से आए 100+ अधिकारी एवं सदस्य माघ मेले में श्रद्धालुओं की सेवा में तैनात रहे।

इन अधिकारियों ने:

बुजुर्ग और विशेष आवश्यकता वाले श्रद्धालुओं को सुरक्षित उनके गंतव्य तक पहुँचाया।

बिछड़े बच्चों व परिजनों को मिलाने में मदद की।

घाटों पर निगरानी, भीड़ नियंत्रण, व प्राथमिक चिकित्सा जैसी सेवाएँ दीं।

साथ ही, नशा मुक्ति अभियान, साइबर सुरक्षा जागरूकता, व सूचना सहायता केंद्र जैसे सामाजिक सरोकारों में भी सक्रिय भागीदारी निभाई।

सम्मान समारोह: समर्पण का सम्मान

इस अवसर पर आयोजित सम्मान समारोह में DIG/मेला प्रभारी डॉ. राजीव नारायण मिश्रा (IPS) द्वारा NCIB अधिकारियों को प्रशस्ति पत्र प्रदान किए गए। उन्होंने कहा:

“NCIB के अधिकारियों ने जिस संवेदनशीलता, तत्परता और समर्पण के साथ कार्य किया है, वह सराहनीय है। उनकी सेवा ने प्रशासन के प्रयासों को सुदृढ़ किया है।”

कार्यक्रम में NCIB के निदेशक श्री सुरेश शुक्ला ने भी मौजूद रहकर संस्था के अधिकारियों को उपहार भेंट कर सम्मानित किया और कहा:

“यह सम्मान केवल एक औपचारिकता नहीं, बल्कि एक आभार है उन सभी अधिकारियों के लिए जो मैदान में रहकर चुपचाप समाज की सेवा कर रहे हैं। इनकी प्रतिबद्धता ही संगठन की असली पहचान है।”

समाज सेवा की नई मिसाल

यह कार्यक्रम इस बात का प्रतीक बना कि NCIB न केवल सुरक्षा और आपराधिक जांच जैसे अपने मूल उद्देश्यों के प्रति प्रतिबद्ध है, बल्कि जनसेवा, सामाजिक जागरूकता और सहयोग की दिशा में भी एक उत्तरदायी संस्था के रूप में कार्य कर रहा है।

माघ मेले जैसे विशाल धार्मिक आयोजनों में NCIB की यह भागीदारी प्रशासनिक ढांचे को मजबूती देती है और आमजन के बीच विश्वास एवं सुरक्षा का वातावरण निर्मित करती है।