दिनांक: 22फरवरी 2024,
नेशनल क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (NCIB) दक्षिण भारत के ज़ोनल डायरेक्टर डॉ. एन.एस. नागराज ने समाज सेवा और आत्मनिर्भरता की मिसाल पेश करते हुए एक आर्थिक रूप से कमजोर नागरिक को न केवल सहयोग दिया, बल्कि स्वाभिमान और स्वरोज़गार का अवसर भी प्रदान किया। बेंगलुरु निवासी श्री वेलुस्वामी, जो कि हाल ही में कुछ आर्थिक कठिनाइयों का सामना कर रहे थे, NCIB ज़ोनल डायरेक्टर डॉ. नागराज से आर्थिक सहयोग की अपेक्षा लेकर उनके पास पहुँचे। परंतु डॉ. नागराज ने पारंपरिक आर्थिक सहायता के स्थान पर उन्हें आत्मनिर्भर बनाने का मार्ग चुना। उन्होंने श्री वेलुस्वामी के नाम से एक नया ऑटो रिक्शा खरीदकर उन्हें सौंपा, जिससे वे अब स्वावलंबी जीवन की ओर अग्रसर हो सकें।
इस मानवीय कार्य के माध्यम से डॉ. नागराज ने यह संदेश दिया कि:
“सच्ची मदद वह होती है जो किसी को आत्मनिर्भर बना दे। आर्थिक सहयोग क्षणिक होता है, लेकिन स्वरोज़गार जीवनभर की सहायता बन जाता है।”
NCIB द्वारा यह कार्य सामाजिक उत्तरदायित्व, आत्म-सम्मान और गरिमा पूर्ण सहायता का प्रतीक बन गया है। संगठन हमेशा से ही ज़रूरतमंदों को सहयोग के साथ-साथ अवसर देने में विश्वास रखता आया है।
यह घटना न केवल NCIB की संवेदनशीलता और सामाजिक प्रतिबद्धता को दर्शाती है, बल्कि यह भी सिद्ध करती है कि जब नेतृत्व में दृष्टिकोण, करुणा और दूरदर्शिता होती है, तो समाज में सकारात्मक परिवर्तन संभव होता है।