NCIB मध्य प्रदेश द्वारा रतलाम में NCC कैडेट्स के लिए साइबर सुरक्षा जागरूकता कार्यक्रम का आयोजन

दिनांक 06 जून 2024 – साइबर सुरक्षा के प्रति युवाओं को जागरूक करने की दिशा में एक उल्लेखनीय पहल करते हुए, नेशनल क्राइम इन्वेस्टिगेशन ब्यूरो (NCIB), मध्य प्रदेश इकाई के राज्य निदेशक श्री राजेश सुराणा ने दिनांक 06 जून 2024 को 21 एमपी एनसीसी बटालियन, रतलाम द्वारा आयोजित संयुक्त वार्षिक प्रशिक्षण शिविर (Annual Training Camp) में विशेष अतिथि के रूप में भाग लिया।

कार्यक्रम के दौरान उन्होंने एनसीसी कैडेट्स, सैन्य अधिकारियों और एनसीसी प्रशिक्षकों सहित लगभग 550 प्रतिभागियों को साइबर अपराध और उससे बचाव विषय पर जागरूकता सत्र प्रदान किया।

प्रशिक्षण का मुख्य उद्देश्य: डिजिटल युग में सुरक्षित नागरिक बनाना

राज्य निदेशक श्री राजेश सुराणा ने अपने संवाद में युवाओं को बताया कि वर्तमान समय में साइबर अपराध केवल तकनीकी विषय नहीं, बल्कि हर नागरिक की सुरक्षा से जुड़ा एक महत्वपूर्ण विषय बन चुका है।

उन्होंने प्रतिभागियों को विशेष रूप से निम्नलिखित बिंदुओं पर विस्तार से जानकारी दी:

  • साइबर अपराधों के प्रमुख प्रकार: जैसे कि फिशिंग, सोशल मीडिया फ्रॉड, OTP धोखाधड़ी, डिजिटल ब्लैकमेलिंग, साइबर बुलिंग आदि
  • साइबर अपराधियों की सामान्य रणनीतियाँ और उनसे बचाव के उपाय
  • सुरक्षित इंटरनेट उपयोग के व्यावहारिक नियम
  • साइबर क्राइम से संबंधित शिकायत दर्ज करने की विधि, हेल्पलाइन और पोर्टल्स की जानकारी
  • डेटा प्राइवेसी और डिजिटल footprints से जुड़ी सावधानियाँ

उपस्थिति और सहभागिता

कार्यक्रम में 21 एमपी एनसीसी बटालियन रतलाम के कमांडिंग अधिकारी, ट्रेनिंग स्टाफ, एनसीसी कैडेट्स, व अन्य सैन्य अधिकारीगण उपस्थित रहे। सभी ने इस सत्र को अत्यंत जानकारीपूर्ण, प्रासंगिक और व्यवहारिक बताते हुए इसकी सराहना की।

एनसीसी कैडेट्स ने इंटरएक्टिव प्रश्नोत्तर सत्र में भाग लेकर साइबर अपराधों के प्रति अपनी जिज्ञासाओं को स्पष्ट किया। कुछ कैडेट्स ने यह भी साझा किया कि वे इस सत्र के माध्यम से पहली बार साइबर क्राइम रिपोर्टिंग की वास्तविक प्रक्रिया से परिचित हुए।

सुरक्षा के साथ जिम्मेदारी का भाव

श्री सुराणा ने अपने संबोधन में युवाओं से यह भी आग्रह किया कि वे स्वयं तो सतर्क रहें ही, साथ ही अपने परिवार, मित्रों को भी जागरूक करें, ताकि सामूहिक साइबर सुरक्षा संस्कृति का निर्माण हो सके।